इलेक्ट्रॉनिक मशीनों का विकास










अबेकस जो कि 5000 साल पहले उभर के आया था पहले कंप्यूटर के आ जा सकता है डिवाइस मैं रैंक पर स्लाइडिंग बिडस मोती को ऊपर नीचे करने की प्रक्रिया का प्रयोग करके बेसिक गणना की जाती है लेकिन कागज और पेंसिल के अधिक प्रसार फोर उपयोग में आने कारण धीरे धीरे अबेकस का महत्व खत्म हो गया अगला कंप्यूटिंग डिवाइस चौकी तकनीकी दृष्टि से बेहतर का के निर्माण में लगभग 12 शताब्दियों से लग गया वर्ष 1642 में  ब्लेस पास्कल मैं एक संख्यात्मक पहिया केलकुलेटर आविष्कार किया यह पीतल आयताकार बॉक्सिंग 8 सल नंबर डायल करके 8 अंकों तक की संख्या को जोड़ने का काम करती थी उन्होंने इस मशीन का नाम  पस्कालिन दिया थ दिया था वर्ष 1646 में एक जर्मन गणित ज्ञ पस्कालिन मशीन मैं सुधार करते हुए एक मशीन बनाई जो गुना भी कर सकती थ लाइबनिसमैकनिकल गुना के गियर और डायल की एक प्रणाली द्वारा काम करता था इस मशीन का 1820   . तक इस्तेमाल किया गया उसके उसके पश्चात फ्रांसीसी चार्ल्स जेवियर थॉमस डी कॉल मार द्वारा यांत्रिक केलकुलेटर शुरू किए गए थे जो एक गणित के प्रोफेसर चार्ल्स बैबेज के द्वारा की गई थी एक नई मशीन विकसित की गई जोकि विभेदक   समिकरणो को करने में समक्ष ही और उसे डिफरेंस इंजन का नाम दिया गया यह मशीन भाप के द्वारा संचालित की गई थी जो आकार में काफी बड़ी थी और प्रोग्राम को स्टोर करने में तथा गणना करने के साथ ही परिणाम को प्रिंट करने में समक्ष थी 10 वर्षों तक डिफरेंस इंजन पर काम करने के बाद विवेक पहले सामान्य प्रयोजन कंप्यूटर पर काम करने के लिए प्रेरित हुए और मशीन को विश्लेषणात्मक इंजन का नाम लिया बैबेज के सहायक अगस्ता एडिएकिग ने मशीन के डिजाइन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी उसके काम पर अमेरिका के रक्षा विभाग ने 1980 में उनके सम्मान में एक नए प्रोग्राम भाषा के ए डी ए का नाम दिया गया चार्ल्स बैंडेज द्वारा डिजाइन किया गया विशेष णातमक इंजन आज के मानको की तुलना मैं बहुत परम बिग मशीन हालांकि इसमें आधुनिक सामान्य प्रयोजन कंप्यूटर के बुनियादी तत्वों की चर्चा की गई है

विश्लेषणात्मक इंजन 50,000 से अधिक घटकों से मिलकर बनाया गया था बेसिक इनपुट डिजाइनपच्ड कार्ड के रूप में बनाया गया था इसके अंदर एक मेल एम कंट्रोल इकाई भी होती है जो कि निर्देशों को किसी भी क्रम में प्रपोज कर आउटपुट मुद्रित परिणाम आउटपुट डिवाइस पर देखे जाते हैं वर्ष 1889 एक अमेरिकी आविष्कार हरमन होलेरीथ मैं कंप्यूटर के लिए हाथ करघा अवधारणा लागू की गई वह अमेरिका की जनगणना की गणना करने के लिए एक तेजी से रास्ता खोज करना चाहते थे होलेरिथ की विधि से कार्ड का इस्तेमाल कर डाटा को स्टोर किया जाता था और परिणामों को ज्ञात किया जाता था होलेरीथ जो व्यापार की दुनिया में पंच कार्ड कॉ लाए थे जिसमें आगे चलकर 1924 में आईबीएम का उदय हुआ था अन्य कंपनियों ने भी बाजार में प्रवेश कर किया और व्यवसाय उपयोग के लिए पंच रीडर का निर्माण किया सरकारी और गैर सरकारी दोनों कंपनियों ने वर्ष 1960 तक टेढ़ा प्रोसेसिंग के लिए पंच कार्ड का इस्तेमाल किया इसके अलावा कई अन्य वैज्ञानिकों इंजीनियरों को कंप्यूटर के रूप में उल्लेखनीय प्रगति की थी मान्यवर मान्यवर ने वर्ष 1930 में एक अंतर विश्लेषक नामक एक यंत्र संचालित डिवाइस विश्लेषक एक यंत्र संचालित डिवाइस विकसित किया गया था यह पहला भाग सामान्य प्रयोजन के रूप कंप्यूटर जॉन एटानासौफौ और बेरि मैं वर्ष 1939 में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटिंग डिवाइस का निर्माण किया गया और अपनी पूरी डिजाइन क 1942 में पूरा किया गया
 यह कंप्यूटर के सिद्धांत पर और और एवं औफ के अवधारणा पर तैयार किया गया द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान कोलोसस द्वारा कोड ब्रेकर विकसित किया गया था वह पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था वर्ष 1946 में प्रथम आज प्रपोज इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर इलेक्ट्रॉनिक अंक इंटीग्रेटेड और केलकुलेटर पेंसिल वेनिया विश्वविद्यालय में शुरू किया गया था इस कंप्यूटर में हजारों की संख्या में वेक्यूमटयुबोका इस्तेमाल किया गया था यूनिवेक यह कंप्यूटर संख्यात्मक और वर्णमाला दोनों प्रकार डाटा को संभालने के लिए पहला का फोटो था और साथ ही यह पहला वाणिज्यिक कंप्यूटर था वल्स वाइड वेब 1090 अनावरण किया गया था इसके बाद आने वाले वर्षों में कई नए ग्राफिकल वेब ब्राउज़र ब्राउज़र प्रोग्राम उपयोग में आने लगे वेब और इंटरनेट के प्रसार एवं उपयोग ने सामान्य प्रयोजन जनरल परपज होम कंप्यूटिंग के विकास गति को विकास गति को गति दी स्नेह और सोशल इंटरेक्शन को बढ़ावा दिया आजकल ऐसे स्मार्टफोन की बहुत डिमांड है जो टचसन हो जिसमें मोबाइल कनेक्टिव हो एवं जिसमें बहुत सारी कंप्यूटर एप्लीकेशन रन करा सकते हो।

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